हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारा एक और नए आर्टिकल में आज हम आपको Tech Mahindra Q1 के रिजल्ट के बारे में बताने वाले है जिसने अपने निवेशको को जोर का झटका दिया है | दोस्तों के स्टॉक्स के बारे में जानने से पहले से आपसे एक विनती है अगर आपने अभी तक हमारे whatsapp ग्रुप को ज्वाइन नहीं किया है तो अभी जाकर हमारे whatsapp ग्रुप को ज्वाइन कर दीजिए जहाँ हम शेयर मार्केट से जुडी न्यूज़ को सबसे पहले पहुचाते है |
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टेक महिंद्रा कम्पनी के CEO और MD सी पी गुरनानी का कहना है कि कंपनी के लिए जून क्वॉर्टर काफी मुश्किल भरा रहा है। उनका कहना है की ये तिमाही नतीजे पिछले 5 साल के मुश्किल तिमाही में से है आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह गिरावट ऐसे वक्त में आई है, जब आईटी कंपनियों के लिए कारोबारी माहौल काफी चुनौतीपूर्ण है और इस सेक्टर की कई बड़ी कंपनियां ग्रोथ गाइडेंस में कटौती कर रही हैं |
IT Tech Mahindra ने बुधवार को बताया कि वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही यानी जून में समाप्त तिमाही में उसका समेकित शुद्ध लाभ (consolidated net profit) 38.8 प्रतिशत घटकर 692.5 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 1,131.6 करोड़ रुपये था।
इस बीच, जून तिमाही में दर्ज किया गया मुनाफा, पिछली तिमाही (जो 31 मार्च को समाप्त हुई) के 1,117.7 करोड़ रुपये के मुकाबले नेट प्रॉफिट 38 प्रतिशत कम था |
कम्पनी से कर्मचारियों की संख्या भी हुई कम
बताया जा रहा है की 0 जून, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 148,297 थी,
जो मार्च तिमाही यानी वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के कुल कर्मचारियों की संख्या से 4,103 कम पाई गई।
Tech Mahindra के अधिकारियों ने क्या कहा?
Tech Mahindra के MD और CEO सीपी गुरनानी ने कहा, ‘इस तिमाही के हमारे नतीजे वैश्विक अर्थव्यवस्था और IT सेक्टर में अनिश्चितता को दर्शाते हैं। हमें विश्वास है कि हमारे पास इस अस्थायी झटके से उबरने और अपने ग्राहकों और शेयरहोल्डर्स के लिए दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करने के लिए सही रणनीति और सही टीम है।’
टेक महिंद्रा के CFO रोहित आनंद जी का कहना है की , ‘यह तिमाही हमारे लिए चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि राजस्व वृद्धि को मजबूत प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और इसका असर प्रॉफिटेबिलिटी पर पड़ा। हमने इन मुद्दों को संबोधित करने और जल्द सुधार लागू करने के लिए तुरंत और निर्णायक कार्रवाई की है।’
कमजोर तिमाही नतीजों ने किया निवेशकों को परेशान
अप्रैल से जून तिमाही के दौरान कंपनी को 89 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में शारदा क्रॉपकेम को 23 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। सालाना आधार पर देखें तो कंपनी का रेवन्यू 22.7 प्रतिशत की गिरावट के बाद 638 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने बताया है कि यूरोप और नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड रिजन में सेल्स कम रहा है। शारदा क्रॉपकेम कहना है कि यूरोप में खराब मौसम और महंगाई की वजह से सेल्स पर बुरा असर पड़ा है।
शारदा क्रॉपकेम के निवेशकों के लिए पिछला एक साल अच्छा नहीं रहा है। इस दौरान कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत से अधिक टूट गए हैं। वहीं, 6 महीने पहले दांव लगाने वाले निवेशकों को अबतक होल्ड करने पर 11.27 प्रतिशत तक नुकसान हो चुका है। बता दें, कंपनी का 52 वीक हाई 703.55 रुपये और 52 वीक लो 368.55 रुपये है।
Note :- बुधवार को BSE पर कंपनी का शेयर मूल्य 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,144.05 रुपये पर बंद हुआ। |
Disclaimer: ध्यान दे हमने इस आर्टिकल को अपने कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया गया है हम कोई फाइनेंसियल एडवाइजर नही है अगर आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर मार्केट , म्यूच्यूअल फंड ,क्रिप्टोकरेंसी या अन्य किसी जगह पर इन्वेस्ट करते हो तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है कृपया निवेश करने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले |